केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अचानक बढ़ने लगे कोरोना के मामले, सरकार की चेतावनी
देश के कई राज्यों में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले अचानक तेजी से बढ़ने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को चेतावनी देते हुए कहा कि केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में अचानक बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पिछले सात दिनों में छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के नए सक्रिय मामलों में वृद्धि देखी गई है। यहां पिछले 24 घंटों में 259 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केरल में रोजाना नए मामलों की संख्या बढ़ रही है और बीते सप्ताह महाराष्ट्र ने कोरोना के नए मामलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 6,112 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। सरकार के मुताबिक, काफी दिनों के बाद शनिवार को देश में कोरोना के सबसे अधिक नए मामले आए हैं।
मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र की तरह पंजाब ने पिछले सात दिनों में कोरोना के नए मामलों की संख्या में अचानक तेजी आई है। यहां पिछले 24 घंटों में 383 नए मामले दर्ज किए गए हैं। मंत्रालय ने आगे कहा कि 13 फरवरी से मध्य प्रदेश में भी रोज नए मामलों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। पिछले 24 घंटों में यहां 297 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
सरकार ने कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने और बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए COVID के उचित व्यवहार के पालन पर जोर दिया। मंत्रालय ने कहा कि केवल दो राज्यों, महाराष्ट्र और केरल में कुल सक्रिय COVID-19 मामलों की 75.87 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
18 राज्यों में कोरोना से एक भी मौत नहीं
मंत्रालय ने कहा कि 18 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों में कोरोना की वजह से कोई मौत नहीं हुई है। ये राज्य हैं- तेलंगाना, हरियाणा, J & K (UT), झारखंड, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, असम, चंडीगढ़, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, लद्दाख (UT), मिजोरम, सिक्किम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादर और नगर हवेली और दमन और दीव।
देश भर की बात करें तो बीते 24 घंटों में कोरोना के कुल 13,993 मामले सामने आए हैं। इस दौरान 101 मौतें हुई हैं। देश में लगातार पांचवें दिन कोरोना के दैनिक मामलों में उछाल देखा जा रहा है। इसको लेकर सरकार चिंतित है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना को लेकर लोग लापरवाही बरत रहे हैं। इससे बचने की जरूरत है।