म्यांमार मामले में चीन की सफाई, इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाने के लिए नहीं भेजेगा उपकरण
म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को नियंत्रित करने के लिए उपकरण और विशेषज्ञों को भेजने के फैसले का चीन ने खंडन किया है। चीन ने सफाई दी है कि म्यांमार में इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाने के लिए उसने अपने यहां के विशेषज्ञ व उपकरण नहीं भेजे हैं।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि इस बारे में कई तरह की झूठी खबरें और अफवाहें फैल रही हैं कि चीन म्यांमार के मामले में दखल दे रहा है। यह सही नहीं हैं। दरअसल, वांग से पूछा गया था कि क्या वह म्यांमार में इंटरनेट को नियंत्रित करने और न्यूज ब्लैकआउट करने में मदद करने के लिए उपकरण और आईटी विशेषज्ञों को म्यांमार भेज रहे हैं।
वांग ने कहा कि चीन, म्यामांर का मित्र और पड़ोसी देश है। हमें उम्मीद है कि म्यामांर में सभी पक्ष संविधान और कानूनी ढांचे के तहत अपने मतभेदों को दूर करेंगे तथा राजनीतिक और सामाजिक स्थिरता बनाए रखेंगे। इससे पहले चीन ने पड़ोसी देश म्यामांर में सैन्य तख्तापलट पर सभी पक्षों से संविधान और कानूनी ढांचे के तहत गतिरोध दूर करने और देश में राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने का सोमवार को आह्वान किया था।
म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद आंग सान सू की के नेतृत्व वाली निर्वाचित सरकार पर लगे प्रतिबंधों का चीन ने विरोध किया है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा म्यांमार की राजनीतिक-सामाजिक स्थिरता और शांति में योगदान देने के लिए कार्रवाई का आह्वान किया है ताकि तनाव बढ़ने से बचा जा सके।