सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया किसान कल्याण मिशन का शुभारंभ, कहा-खुशहाली की तरफ बढ़ रहे किसान
किसान पहली बार राजनीतिक एजेंडे में शामिल हो पाया है। इससे पहले किसान लोगोंं के लिए केवल वोट बैंक था। किसी योजना का भागीदार नहींं बन पाता था। देश ने जय जवान और जय किसान का नारा तो दिया, लेकिन किसान हाशिये पर रहा। मोदी सरकार के आने के बाद किसान मुख्य धारा में शामिल हुआ। 2014 से पहले किसान आत्महत्या कर रहे थे। मगर अब वो खुशहाली की तरफ बढ़ रहे हैं। हमारा कैबिनेट का सबसे पहला निर्णय किसानों के गन्ना भुगतान का रहा। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के बंथरा के बाबा विनायक सिंह स्पोर्टस स्टेडियम में कहीं। उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए प्रदेश में किसान कल्याण मिशन का शुभारंभ किया।
सीएम योगी ने कहा, पिछले सरकारोंं में धान और गेहूं की खरीद नहीं होती थी। आज हमने लक्ष्य से अधिक खरीद की। प्रदेश में 20 विज्ञान केंद्र स्थापित किए। 79 कृषि विज्ञान केंद्र किसानों की मदद कर रहे हैं। किसान कल्याण मिशन को पूरी सफलता के साथ आगे बढ़ेगा। तमाम लोग गलतफहमी पैदा कर रहे हैं। उन लोगो को अच्छा नहींं लग रहा की किसान खुश हो रहा है। दुग्ध उत्पादन में हम नंंबर एक है। हमारी डेरी से जाने वाला दुध बिलकुल शुद्ध है। खुरपका को हमने दूर किया। इस दौरान दो करोड़ 35 लाख किसान सम्मान निधि से समानित किए गए। हमने कोरोना काल मेंं किसानों के लिए बहुत काम किया। बुंदेलखंड में बलेनी दुग्ध उत्पादन समिति ने एक साल में एक करोड़ 46 लाख का उत्पादन किया । यह सभी जगह होना चाहिए। ग्राम स्तर पर स्टोर बना सकते है। केंद्र सरकार कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर के लिये मदद दे रही है।
कहा, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट भी मोदी जी की देन है, पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसान को 6 हजार सालाना मिल रहा है। अगर पिछले 6 वर्षों की हुई प्रगति, 70 वर्षों में हुई होती तो मोदी जी को ये लक्ष्य न करना पड़ता कि 2022 तक किसान की आय दोगुनी करनी होगी। किसान अब आत्महत्या नहींं, आमदनी को लेकर तेज़ी से बढ़ रहा है। आज का कार्यक्रम उसी किसान कल्याण कार्यक्रम को आगे बढाने के लिए हो रहा है। याद करिये 2017 मेंं हमारी सरकार बनने पर पहला कैबिनेट निर्णय ही किसान ऋणों को माफ करने का था। इस कार्य को जलशक्ति विभाग ने भी आगे बढ़ाया है। किसानों के लिए बड़े बड़े कार्यक्रम तेज़ी से चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, किसान को खेती, पशुपालन, कृषि संंबंधी शासन की योजनाओं से अवगत कराना हमारा लक्ष्य है। किसानों को एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए ही किसान कल्याण केंद्र चल रहे हैं। जब हमारा अन्नदाता खुशहाल होगा तो देश अपने आप खुशहाल हो जाएगा। याद रखना होगा, जब देश तेज़ी से प्रगति की ओर बढ़ रहा है तो कई लोगों को ये अच्छा नही लग रहा। पहली बार ये हुआ जब खुरपका, मुंहपका आदि रोगों के लिए भी टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। दुधारू पशुओं के दुग्ध कार्यक्रम 70 वर्षों से आज रफ्तार पर हैं। हमारे प्रदेश के 2 करोड़ 35 लाख किसान पीएम कृषि सम्मान योजना से लाभान्वित हो रहे हैं, इतनी तो किसी राज्य की जनसंख्या ही नही होती।
बुंदेलखंड की महिला स्वयंसेवी समूह का दुग्ध उत्पादन समिति का टर्नओवर ही 2 करोड़ सालाना हो रहा है। ये कार्यक्रम यहां सरोजिनी नगर में भी लागू होना चाहिए। अगर हम ग्राम पंंचायत स्तर पर ही गोदाम बना दें तो आसानी से फसलों को समय पर बाजार पहुंच सकते हैं। कम पानी मेंं बेहतर खेती के उद्देश्य के लिए भी इस कार्यक्रम के तहत आगे बढ़ेंगे। आज ये कार्यक्रम पूरे प्रदेश पर हो रहा है, मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री के उद्देश्य खुशहाल अन्नदाता के लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे। बिना किसी गुमराह करने वाले तत्व पर ध्यान देते हुए एक भारत, श्रेष्ठ भारत की लक्ष्य की ओर बढ़ना है…इसी विश्वास के साथ सभी को धन्यवाद।