सरस्वती शिशु मंदिर निरालानगर में उत्कृष्ट सेवा शिक्षा सम्मान समारोह का आयोजन
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री गैरुल हसन रिजवी जी ने एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दत्तोपन्त ठेंगडी अपनी आखिरी सांस तक असमानता को समाप्त करने के बारे में सोचते रहे। सद्भाव उनका विश्वास था। वे दृष्टा थे और उसी से उन्होंने भारतीय मजदूर संघ समेत विभिन्न क्षेत्रों में संगठन बनाए और उन्हें देश-काल-स्थिति के अनुसार मार्गदर्शन किया। उन्होंने अपने जीवन को मां भारती के चरणों में समर्पित किया।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री गैरुल हसन रिजवी जी बतौर मुख्य अतिथि दत्तोपन्त ठेंगड़ी जन्म शताब्दी वर्ष पर उत्कृष्ट सेवा शिक्षा सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम विद्या भारती सेवा शिक्षा पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर से राजधानी लखनऊ के निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के अमृत विशाल कक्ष में आयोजित किया गया था। श्री गैरुल हसन रिजवी जी ने दत्तोपंत ठेंगड़ी के जीवन पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने सभी से उनके बताए हुए रास्ते पर चलने की सलाह दी और समाज सेवा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी असाधारण व विलक्षण प्रतिभा के धनी, महापरिवर्तन के पुरोधा, मूलगामी भारतीयता के भाव व जीवन दर्शन के प्रस्तोता एवं समाज के प्रत्येक क्षेत्र में मार्ग दर्शन करने वाले, भारतीय दर्शन आधारित तीसरा मार्ग बताने वाले चिन्तक व विचारक थे।
विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के सेवा शिक्षा संयोजक श्री योगेश जी ने कहा कि विद्या भारती शिक्षा के क्षेत्र उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। विद्या भारती ग्रामीण, शहरी, सीमावर्ती और वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगा रहा है। पूरे देश में विद्या भारती से दो करोड़ लोग जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि विद्या भारती सेवा न्यास के जरिये गरीब-वंचितों को शिक्षा, समरसता, देश-प्रेम की भावना का जागृत कर रहा है। इसके लिए हम लोगों ने 1500 बस्तियों का चयन किया है।
उन्होंने कहा कि संघ के 54 पंजीकृत संगठन हैं, जो पूरे देश में सेवाभाव से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी का जीवन सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। ठेंगड़ी जी ने भविष्यवाणी की थी कि 21वीं सदी के सूर्योदय के साथ हिंदू राष्ट्र का उदय होगा। उन्होंने कहा कि सेवा धर्म बहुत बड़ा धर्म है, किसी न किसी माध्यम से जुड़कर सभी को देश व समाज की सेवा करनी चाहिए।
इससे पहले सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले महानुभावों श्री गैरूल हसन रिजवी, श्री योगेश जी, विद्यालय के प्रबंधक श्री शैलेन्द्र शर्मा, समाजसेवी श्री हरि प्रसाद दूबे, श्री विनोद कुमार सिंह, श्री शिव बहादुर जी और विनीत सिंह भदौरिया को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रामतीर्थ वर्मा जी ने किया।