शरद पवार ने भतीजे अजित पवार के खिलाफ उनके भतीजे युगेंद्र को मैदान में उतारने की तैयारी शुरू कर दी है
ऐसा लगता है कि एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने चाचा शरद पवार से पंगा लेकर अपने राजनीतिक करियर के साथ खिलवाड़ कर लिया है. शरद पवार किसी भी स्थिति में उनको माफ करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव में अजित पवार को बुरी तरह घेरने के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में उनको निपटाने की रणनीति अभी से बनानी शुरू कर दी है. शरद पवार राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. राज्य में दिवाली से पहले अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.
बारामती शरद पवार का अपना गढ़ रहा है. यह अजित पवार का भी गढ़ है. लेकिन, लोकसभा चुनाव में बारामती से अजित पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को मैदान में उतारकर सीनियर पवार को सीधी चुनौती पेश की थी. हालांकि यहां से शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने शानदार जीत हासिल की है. इस जीत ने साबित कर दिया कि बारामती शरद पवार के अलावा किसी और की नहीं सुनती. अब बारामती विधानसभा सीट पर चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. यहां से अजित पवार विधायक हैं. लोकसभा चुनाव में बारामती क्षेत्र से सुप्रिया सुले ने अच्छी बढ़त हासिल की थी.
फिर एक बार पवार वाया पवार
अब उम्मीद जताई जा रही है कि बारामती विधानसभा में एक बार फिर पवार वाया पवार के बीच मुकाबला होगा. एनसीपी शरद चंद्र पवार की पार्टी से उम्मीदवार के तौर पर युगेंद्र पवार के नाम की चर्चा शुरू हो गई है. युगेंद्र पवार के कार्यकर्ताओं ने शरद पवार से मुलाकात की है. कार्यकर्ताओं ने शरद पवार से मांग की है कि पार्टी को बारामती विधानसभा चुनाव में युगेंद्र पवार को मौका देना चाहिए.
पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार तीन दिवसीय बारामती दौरे पर हैं. इस बीच उपमुख्यमंत्री अजित पवार के भतीजे युगेंद्र पवार के सत्तर कार्यकर्ताओं ने उनसे मुलाकात की. कार्यकर्ताओं ने शरद पवार से मांग की कि युगेंद्र पवार को पार्टी बारामती विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाए. तो अब ये देखना अहम होगा कि शरद पवार क्या फैसला लेते हैं. युगेंद्र पवार, अजित पवार के सगे बड़े भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं. यानी शरद पवार इस बार बारामती विधानसभा में भतीजे अजित को उनके भतीजे युगेद्र से पटखनी दिलाने की तैयारी कर सकते है.