लखनऊ में हिरासत में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, बोले-भाजपा कर रही लोकतंत्र की हत्या
कन्नौज में समाजवादी पार्टी की किसान यात्रा रवाना करने से रोके गए समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला है। लखनऊ में अपने आवास में करीब छह घंटा नजरबंद रहे अखिलेश यादव ने अपने आवास के पास विक्रमादित्य मार्ग पर धरना दिया और मीडिया को संबोधित किया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा समाजवादी पार्टी किसानों के मंगलवार को भारत बंद आंदोलन के साथ खड़ी है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता कल प्रदेश में जगह-जगह किसानों के हित व हक में आवाज बुलंद करेंगे। अखिलेश ने यह भी कहा कि स्वामीनाथन आयोग का जो हवाला दिया जा रहा है उसमें सरकार यह बताएं कि उसमें किन-किन फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य दोगुना किया गया है। साथ ही किन किन फसलों में किसानों की आय दोगुनी हो पाई है। मुझे कन्नौज जाने से रोकने से किसानों की आवाज नहीं दबेगी।
लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग पर करीब 45 मिनट तक धरने पर बैठे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनको पुलिस की बस में बैठाया गया है। धरना पर बैठे अखिलेश यादव पुलिस की बैरिकेडिंग से बाहर आ गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लेकर पुलिस लखनऊ के ईको गार्डन रवाना हो गई।
अखिलेश ने कहा कि जब किसान धरने पर बैठ सकते हैं तो मैं क्यों नहीं बैठ सकता। मेरा कन्नौज जाने का कार्यक्रम था। मुझे पुलिस के दम पर वहां नहीं जाने दिया जा रहा है। वहां पर करीब 45 मिनट तक धरना देने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने वहां पर लोकसभा अध्यक्ष को दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस भी दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को धारा 144 का उल्लघंन पर हिरासत में लिया गया। अखिलेश यादव धरना पर बैठे थे, इसके बाद उन्होंने बेरिकैंडिंग से बाहर निकलकर मीडिया को संबोधित किया। वह आगे बढ़े ही थे कि इसी दौरान धक्का-मुक्की में उनके साथ चल रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया सड़क पर ही गिर पड़े। अखिलेश यादव ने इसका बाद उनको सहारा देकर उठाया।