05 December, 2024 (Thursday)

आदि विश्वेश्वर का प्रकरण श्रृंगार गौरी केस के साथ सुनें:चार महिलाओं ने वाराणसी कोर्ट में दी है अर्जी; अब 30 नवंबर को होगी सुनवाई

ज्ञानवापी परिसर का कब्जा भगवान आदि विश्वेश्वर को सौंपने की मांग वाले मुकदमे को सिविल जज की कोर्ट से वाराणसी के जिला जज को ट्रांसफर करने की मांग की गई है। जिला जज की कोर्ट ही मौजूदा समय में ज्ञानवापी-मां श्रृंगार गौरी केस की सुनवाई कर रही है।

यह एप्लिकेशन आदि विश्वेश्वर केस की वादिनी किरन सिंह विसेन नहीं बल्कि मां श्रृंगार गौरी केस की वादिनी लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक की ओर से दी गई है। जिला जज की अदालत संबंधित कोर्ट से रिपोर्ट तलब करते हुए आज प्रकरण पर सुनवाई की। अब इस केस में सुनवाई की अगली डेट 30 नवंबर फिक्स की गई है।
जनहित में दोनों मुकदमे एक साथ सुने जाएं

राखी सिंह, लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक ने ज्ञानवापी परिसर स्थित मां श्रृंगार गौरी की नियमित पूजा के अधिकार के लिए वाराणसी की सिविल कोर्ट में मुकदमा दाखिल किया है।

मुकदमे में यह भी मांग की गई है कि ज्ञानवापी परिसर स्थित अन्य देवी-देवताओं के विग्रह की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए। इन्हीं पांच महिलाओं में से लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक ने जिला जज की कोर्ट में एप्लिकेशन दी है।

चारों महिलाओं का कहना है कि दोनों मुकदमों में शामिल मूल मुद्दे समान और महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे पूरे हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं से संबंधित हैं।

इसलिए, उन्हें एक साथ सुना जाना चाहिए। आवेदन में कहा गया है कि यह जनहित में होगा कि यदि दोनों मुकदमों की सुनवाई एक साथ की जाती है तो समय और धन की बचत होगी।

साथ ही, किसी तरह की कानूनी कठिनाइयां उत्पन्न नहीं होगी। एप्लिकेशन पर किरन सिंह विसेन की ओर से आपत्ति दाखिल की गई। इसके साथ ही लिखित आपत्ति दाखिल करने का समय मांगा गया। इस पर कोर्ट ने सुनवाई की अगली डेट 30 नवंबर नियत कर दी है।

आदि विश्वेश्वर के केस को सुनने योग्य माना गया है

ज्ञानवापी परिसर में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने, परिसर हिंदुओं को सौंपने और वहां मिले ज्योतिर्लिंग की नियमित पूजा-पाठ के अधिकार के लिए विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन की पत्नी किरन सिंह विसेन और अन्य की ओर से भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान का केस दाखिल किया गया है। इस मुकदमे को वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन महेंद्र कुमार पांडेय ने सुनने योग्य मानते हुए सुनवाई की अगली डेट 2 दिसंबर नियत की है।

इस मुकदमे में UP सरकार, वाराणसी के डीएम व पुलिस कमिश्नर, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी और विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को प्रतिवादी बनाया गया है। जितेंद्र सिंह विसेन ने कहा कि चारों महिलाओं की एप्लिकेशन का कोर्ट में हर स्तर पर विरोध कर उनकी मांग को खारिज कराया जाएगा।

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