श्रीलंका की नौसेना ने भारतीय मछुआरों पर किया हमला, 50 नावों को भी किया क्षतिग्रस्त
रामेश्वरम स्थित समुद्री किनारे से मछली पकड़ने गए लगभग चार हजार मछुआरों पर श्रीलंका की नौसेना ने हमला कर भागने पर विवश कर दिया। उनकी 50 से अधिक नावों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना के बाद मछुआरों को बिना मछली पकड़े ही वापस आना पड़ा।
मछुआरा संघ के अध्यक्ष पी सेसुराजा ने कहा कि शनिवार को मछुआरे समुद्र में धनुषकोडि और कच्चतीवु के बीच अत्याधुनिक नावों से मछली का शिकार कर रहे थे। इस बीच श्रीलंकाई नौसेना के जवान भारी संख्या में आ धमके। उन्होंने पत्थरों से हमला कर दिया।
उन्होंने कहा कि इसके बाद 20 से अधिक नावें शनिवार शाम तक वापस आ गई, जबकि अन्य नावें रविवार सुबह तक वापस आई। बताया कि लगभग 50 नावों में लगी मछली पकड़ने वाली जालें वहीं छूट गई। इससे मछुआरों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। हाल के दिनों में बीच समुद्र में भारतीय मछुआरों के साथ इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
वहीं, दूसरी तरफ, तमिलनाडु के 72 वर्षिय कृषि मंत्री आर दोरईक्कान्नू का शनिवार रात कोरोना वायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया। दोरईक्कान्नू को कावेरी अस्पताल में 13 अक्टूबर को लाया गया था और उसके बाद से उनका यहां इलाज चल रहा था। उन्हें बेचैनी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने दोरईक्कान्नू के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि मंत्री के निधन के बारे में जानकर उन्हें दुख हुआ। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि दोरईक्कान्नू अपनी सादगी, विनम्रता, साफगोई, शासन कौशल और किसान समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे…।’
दोरईक्कान्नू तंजावुर जिले के पापनासम से 2006, 2011 और 2016 में तमिलनाडु विधानसभा के सदस्य चुने गए थे। दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता ने उन्हें 2016 में कैबिनेट में शामिल किया था। पिछले रविवार से उनकी तबियत ज्यादा खराब चल रही थी।