झारखंड: एक हाथी की वजह से लगानी पड़ गई धारा-144, जानिए क्या है पूरा मामला?
रांची: झारखंड प्रदेश में एक हाथी की वजह से कई शहरों और इलाकों में खौफ का माहौल है। वैसे तो हाथी को बेहद ही शांत स्वाभाव का माना जाता है, लेकिन जब वह गुस्से में होता है तो बेहद ही खतरनाक हो जाता है। इसी तरह का एक हाथी राज्य में लोगों की जान का दुश्मन बना हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, हाथी पिछले कुछ दिनों में 16 लोगों की जान ले ली है। अब इस हाथी के डर से लोग अपने घरों से निकलने में भी खौफ खा रहे हैं।
हाथी ने 12 घंटों में ले ली 4 लोगों की जान
इस मामले में एक अधिकारी ने बताया कि हाथी ने मंगलवार को लोहरदगा जिले में एक हाथी ने जमकर उत्पात मचाया। हाथी ने महज 12 घंटे में चार लोगों की जान ले ली। मृतकों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि चारों लोगों को हाथी ने कुचल कर मार दिया है। हाथी के हमले को बाद गांव के लोगों में दहशत है। वे डरे हुए हैं कोई घर से भी नहीं निकल रहा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस हाथी को देखने के लिए बड़ी मात्रा में भीड़ उमड़ रही है। इससे हाथी और भी खतरनाक हो सकता है। इसलिए किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने क्षेत्र में धारा-144 लगा दी है, जिससे हाथी के आसपास भीड़ न जुटे और उसे काबू करने में आसानी हो।
हाल के दिनों में बढ़े हैं मामले
इस मामले में डीएफओ ने बताया कि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक के परिजनों को 25-25 हजार रुपये की तत्काल राहत दी गई है। बाद में सरकारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रत्येक पीड़ित के परिवार को 3.75 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। बता दें कि हाल के सालों में झारखंड में मनुष्यों और हाथियों के बीच संघर्ष में वृद्धि हुई है। रिपोर्ट्स के अनुसार 2021-22 में हाथी के हमलों में 133 लोगों की मौत हुई है। ये संख्या 2020-21 में 84 से अधिक है।