अब फटाफट हो जाएगा पासपोर्ट वेरिफिकेशन, 15 दिनों तक नहीं करना होगा इंतजार, जानें लेटेस्ट अपडेट
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पासपोर्ट वेरिफिकेशन को लेकर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि पासपोर्ट बनवाने के लिए पुलिस सत्यापन में अब 15 दिन का समय नहीं लगेगा, बल्कि मात्र पांच दिन में ही ऑनलाइन माध्यम से अब पासपोर्ट का सत्यापन हो जाएगा। दिल्ली पुलिस के 76वें स्थापना दिवस पर किंग्सवे कैंप में आयोजित समारोह में परेड की सलामी लेने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पासपोर्ट वेरिफिकेशन की सुविधा को पूर्णतया आनलाइन सुविधा का लोकार्पण किया।
लोकार्पण के बाद शाह ने कहा कि इसके लिए दिल्ली में ही हर दिन लगभग 2000 आवेदन प्राप्त होते हैं और वेरिफिकेशन के लिए लोगों को 15 दिनों का इंतजार करना पड़ता है। अब वेरिफिकेशन की सुविधा ऑनलाइन होने से इसमें देर नहीं होगी और 5 दिन में ही वेरिफिकेशन हो जाएगा। शाह ने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों के लिए समय काफी कीमती है। इसे देखते हुए दिल्ली में मोबाइल टैबलेट द्वारा पासपोर्ट एप्लीकेशन सत्यापन सुविधा की शुरुआत की गई है।
मोबाइल टैबलेट से पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया अपनाए जाने से पांच दिन में ही वेरिफिकेशन हो जाएगा। इसके लिए अब लोगों को कहीं जाना नहीं पड़ेगा। ऑनलाइन वेरिफिकेेशन की सुविधा शुरू होने से लोगों की सुविधाएं बढ़ेंगी और उनकी दिक्कतें कम होंगी।
दिल्ली में पहले 14 दिनों में पुलिस सत्यापन करने की समय सीमा निर्धारित थी। इसमें सत्यापन के लिए आवेदन प्राप्त होने के बाद स्थानीय थाने का पुलिस कर्मी आवेदक के घर जाता था।
इसके बाद वह रिपोर्ट तैयार करता था, फिर इसे ऑफलाइन मोड में भेजता था।
इस पूरी प्रक्रिया में दो सप्ताह से अधिक का समय लगता था। अब नई प्रक्रिया में तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
यह पूरी प्रक्रिया पेपरलेस होगी। विदेश मंत्रालय द्वारा बनाए गए एप को टैब में डाला जाएगा।
पुलिस का सत्यापन अधिकारी आनलाइन आवेदन प्राप्त होने पर आवेदक के घर जाएगा और दरवाजे पर खड़े-खड़े सीधे एप के जरिये सारी प्रक्रिया को पूरा कर अंतिम रिपोर्ट देगा।
टैबलेट में जीपीएस होगा जो यह भी बता देगा कि सत्यापन अधिकारी आवेदक के घर गए थे या नहीं।
पुलिस अधिकारी के अनुसार इस एप से एक दिन में कई आवेदकों का सत्यापन किया जा सकता है।
चूंकि यह पेपरलेस है, ऐसे में फाइलों का झंझट भी नहीं रहेगा।
दिल्ली पुलिस के 76वें स्थापना दिवस पर किंग्सवे कैंप में आयोजित कार्यक्रम में सिविल लाइंस थाने को बेस्ट पुलिस स्टेशन का पुरस्कार दिया गया।अमित शाह ने इस अवसर पर नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) के दिल्ली कैंपस के शैक्षणिक संकुल का भी लोकार्पण किया और दिल्ली पुलिस में शामिल किए गए मोबाइल फोरेंसिक वाहनों को भी जनता को समर्पित किया।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आने वाले दिनों में IPC, CRPC और Evidence Act में आमूलचूल परिवर्तन करने जा रही है। इन कानूनों को समय और संविधान की भावना के अनुकूल बनाने के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए फोरेंसिक और अन्य साक्ष्यों की उपलब्धता के साथ और मजबूत बनाया जाएगा। ऐसा करने के लिए देशभर में फोरेंसिक साइंस के नेटवर्क को फैलाना होगा। उन्होंने कहा कि इनमें से एक सुधार का दिल्ली पुलिस ने ट्रायल भी शुरू कर दिया है।