रोहित ने बतौर कप्तान डेब्यू टेस्ट में श्रीलंका को पारी व 222 रन से हराने के बाद बताया, उनके लिए क्या है सबसे बड़ी चुनौती
रोहित शर्मा ने बतौर टेस्ट कप्तान अपने सफर की शुरुआत बेहद शानदार अंदाज में की। कप्तान के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने श्रीलंका पर पारी और 222 रन से बड़ी जीत दर्ज की और भारत की तरफ से दूसरे ऐसे कप्तान बने जिन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में ही किसी टीम को पारी के अंतर से हराया। अपनी टीम को इस तरह की जीत दिलाने के बाद भी रोहित शर्मा ने बताया कि आने वाले समय में उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती क्या होगी।
पहले मैच में जीत दर्ज करने के बाद मीडिया के बात करते हुए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रोहित शर्मा ने अपनी सबसे बड़ी चुनौती के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि अगर आप उस तरह की बेंच स्ट्रेंथ बनाते हैं तो अभी से सोचना शुरू करते हैं तभी भारतीय क्रिकेट सही हाथों में होगा। भारत के लिए एक शानदार बेंच स्ट्रेंथ तैयार करना मेरी चुनौतियों में से एक है और मेरी जिम्मेदारियों में से एक है। मुझे कई बातों को ध्यान में रखते हुए उस तरह की बेंच स्ट्रेंथ बनाना है।
श्रीलंका के खिलाफ कुछ सीनियर खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं और ऐसे में रोहित ने युवा खिलाड़ियों को मौका देने के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मैच को जीतने से ज्यादा मेरे लिए जरूरी ये है कि मैं उन खिलाड़ियों से कैसे अप्रोच करूं जो बाहर बैठे हैं और मैं उन्हें अच्छी मानसिकता में कैसे ला सकता हूं ताकि जब उन खिलाड़ियों को मौका मिले तो उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें मैदान पर जाकर क्या करना है और वो क्या हासिल करना चाहते हैं। इस तरह की सोच से उनके प्रदर्शन पर असर होगा चाहे हम मैच को जीते या फिर हारें।
रोहित शर्मा ने कहा कि आप सिर्फ ये नहीं कह सकते हैं कि आपको सिर्फ मैच जीतना है। गेम जीतने के दौरान आपको कई चीज करने की आवश्यकता होती है जिसमें बेंच स्ट्रेंथ बनाना, खिलाड़ियों को स्पष्टता देना, एक अच्छा माहौल बनाना जिससे कि खिलाड़ी मानसिक तौर पर खुश रह सकें और अच्छा प्रदर्शन करें। आपको बता दें कि श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच भारत ने जीत लिया है और अब दोनों देशों के बीच दूसरा टेस्ट मैच बेंगलुरु में 12 मार्च से खेला जाएगा जो डे-नाइट होगा।