हवाई यात्रा हो सकती है महंगी, ATF की कीमतों में आया बड़ा उछाल
हवाई यात्रियों के लिए जरूरी खबर है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में 5.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद देश में एटीएफ के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। दो महीने से भी कम समय में एटीएफ की कीमतों में यह चौथी बढ़ोतरी है, लेकिन पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार 104वें दिन स्थिर बनी रहीं।
विधानसभा चुनाव के कारण रुकी बढ़ोतरी
माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की जा रही है। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में एटीएफ की कीमत 4,481.63 रुपये प्रति किलोलीटर या 5.2 प्रतिशत बढ़कर 90,519.79 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है।
ब्रेंट क्रूड भाव 93.87 डॉलर प्रति बैरल पर
यह एटीएफ का उच्चतम स्तर है। एटीएफ की कीमत अगस्त, 2008 में 71,028.26 रुपये प्रति किलोलीटर थी, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 147 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल को छू गई थीं। ब्रेंट क्रूड तेल का भाव मंगलवार को 93.87 डॉलर प्रति बैरल पर था।
हवाई यात्रियों की संख्या में सुधार
जेट ईंधन में भारी बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है, जब घरेलू हवाई यात्री यातायात में सुधार हो रहा है। पिछले महीने कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट के प्रसार के कारण लगे Lockdown के बाद हवाई यात्रा करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एयरलाइन के एक अधिकारी ने कहा कि जेट फ्यूल की कीमतों में इजाफे से कंपनियों की रनिंग कॉस्ट बढ़ जाएगी। उन्हें ज्यादा हवाई यात्रा मुहैया कराने में दिक्कत आएगी। इसका असर हवाई किराए पर पड़ सकता है। अगर उन्होंने किराया बढ़ाया तो निश्चित तौर पर हवाई यात्रियों की संख्या प्रभावित होगी।