01 November, 2024 (Friday)

निवेश के लिए भारत सबसे बेहतर जगह: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक निवेशकों के साथ वर्चुअल ग्लोबल इन्वेस्टर राउंडटेबल को संबोधित किया। निवेशकों से प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ने की इच्छा सिर्फ विजन नहीं है बल्कि योजनाबद्ध तरीके से तैयार की गई आर्थिक रणनीति है। उन्होंने कहा कि भारत दीर्घकालिक निवेश के लिहाज से सबसे बेहतर स्थान है।

उन्होंने कहा, अगर आप भरोसे के साथ निवेश पर कमाई चाहते हैं तो भारत ऐसा ही स्थान है। अगर आप लोकतंत्र के साथ मांग चाहते हैं तो भारत आपके लिए है। अगर आप टिकाऊपन के साथ स्थिरता चाहते हैं तो भारत ऐसी ही जगह है। यदि आप पर्यावरण की सुरक्षा के साथ ही आर्थिक वृद्धि चाहते हैं तो भारत ऐसा ही है। उन्होंने ये भी कहा कि इस वर्ष भारत ने बहादुरी से वैश्विक महामारी का मुकाबला किया है। दुनिया ने भारत के राष्ट्रीय चरित्र को देखा। दुनिया ने भारत की असली ताकत भी देखी। पीएम मोदी ने कहा कि निवेशक उन कंपनियों की ओर बढ़ रहे हैं जिनके पास उच्च पर्यावरणीय, सामाजिक और शासन स्कोर हैं। भारत में पहले से ही ऐसे सिस्टम और कंपनियां हैं जिनकी इसमें उच्च रैंक है। निवेशकों को किसानों के लिए बनाए गए नए नियमों के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस दिशा में ताजा मौके पैदा हो रहे हैं और निवेशकों के लिए किसानों के साथ साझेदारी के नए मौके पैदा हो गए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि देश में तकनीक और आधुनिक प्रोसेसिंग सिस्टम के दम पर भारत कृषि क्षेत्र में एक्सपोर्ट हब बनकर जल्द उभरेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निवेशकों की राउंड टेबल मीटिंग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अध्यक्षता की। बड़े वैश्विक इंस्टीट्यूशनल निवेशक, भारतीय बिजनेस लीडर और भारत सरकार से सबसे बड़े फैसला लेने वाले और फाइनेंशियल मार्केट रेगुलेटर्स के बीच बैठक में बातचीत हुई।

दुनियाभर के निवेशक शामिल हुए
बैठक में दुनिया के 6 लाख करोड़ डॉलर के एसेट अंडर मैनेजमेंट वाले 20 सबसे बड़े पेंशन फंड और सॉवरेन वेल्थ फंड्स शामिल हुए। अमेरिका, यूरोप, कनाडा, कोरिया, जापान, मीडिल ईस्ट, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के वैश्विक संस्थागत निवेशक भी शामिल रहे।

भारत बनेगा कृषि निर्यात का केंद्र

मोदी ने इस मौके पर कृषि क्षेत्र में हालिया सुधारों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, कृषि क्षेत्र में सुधारों ने किसानों के साथ भागीदारी की नयी संभावनाओं को खोला है और भारत शीघ्र ही कृषि निर्यात के बड़े केंद्र के रूप में उभरेगा। भारत को वैश्विक आर्थिक वृद्धि के पुनरुद्धार का इंजन बनाने को जो भी करना होगा वह किया जाएगा। मोदी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र है, युवा जनसंख्या है और इसके साथ ही मांग और विविधता भी है।

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