Xiaomi समेत ये 9 चीनी कंपनियां अमेरिका में हुई ब्लैक लिस्ट, ये रही वजह
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन चीन के खिलाफ बड़ा फैसला लिया है। ट्रंप ने Xiaomi समेत कुल 9 चीनी कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इन कंपनियों पर चीनी सेना के साथ साठगांठ का आरोप लगाया गया है। ट्रंप प्रशासन पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना मिलिट्री-सिविल फ्यूजन डिवलपमेंट स्ट्रैटजी को प्रमुखता से हाइलाइट किया है, जो कि पीपल्स लिबरेशन ऑर्मी (PLA) को मॉडर्न कर रहा है। इससे एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और डेवलपमेंट की जरूरत को पूरा किया जा सकेगा।
इन कंपनियों को किया गया है बैन
ट्रंप प्रशासनकी तरफ से जिन कंपनियों पर बैन लगाया गया है, उनमें चीनी स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi और तेल उत्पादक कंपनी Cnooc का नाम प्रमुखता से सामने आता है। ब्लैक लिस्टेड कंपनियों में ज्यादातर कंपनियां एविएशन, एयरोस्पेस, टेलिकम्यूनिकेशन, कंस्ट्रक्शन क्षेत्र से जुड़ी हैं। ट्रंप प्रशासन की तरफ से ब्लैक लिस्ट की गयी कंपनियां अमेरिका में निवेश नहीं कर सकेंगी। साथ ही इन कंपनियों को अपने पहले के निवेश को 11 नवंबर 2021 तक कम करना होगा। इसके अलावा स्टेट ओन्ड प्लेनमेकर कॉमर्शियल एयरक्रॉफ्ट कॉरपोरेशन ऑफ चीन लिमिटेड है। ट्रंप प्रशासन की तरफ से टेलिकॉम सेक्टर से जुड़ी Huawei और ZTE जैसी कंपनियों को पहले ही बैन किया जा चुका है। सरकार ने Xiaomi कंपनी को कम्यूनिस्ट चाइनीज मिलिट्री कंपनी के तौर पर लेबल किया है.
इन ऐप्स को किया गया है बैन
चीनी प्लेन निर्माता कंपनी नैरो बॉडी वाले उम्दा प्लेन बनाती है। इसका मुकाबला अमेरिकी प्लेन निर्माता कंपनी बोइंग और एयरबस से माना जाता है। वहीं Xiaomi का सीधा मुकाबला अमेरिकी मशहूर कंपनी Apple Inc को पीछे छोड़ दिया है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग के अनुसार चीनी Cnooc कंपनी गहरे सागर में तेल की खोज करती है। ट्रंप प्रशासन की तरफ से इससे पहले 6 जनवरी को एक्जीक्यूटिव आर्डर पास करके WeChat Pay, Alipay जैसे 9 ऐप्स को बैन कर दिया गया था। इससे पहले ट्रंप प्रशासन की तरफ से कैम स्कैनर, QQ वॉलेट, SHAREit, Tencent QQ, VMate, WeChat Pay और WPS ऑफिस शामिल है।