डाकघर की छोटी बचत से 10 साल में दोगुना कर सकते हैं कमाई
निवेश के लिए आपको बड़ी बचत का इंतजार करने और पेचीदा आकलन की जरूरत नहीं है। आप छोटे से निवेश से शुरुआत कर महज 10 साल में अपनी राशि दोगुना कर सकते हैं। डाकघर की बचत योजना किसान विकास पत्र यानी केवीपी ऐसा ही विकल्प है जिसमें एक हजार रुपये भी निवेश कर सकते हैं और 10 साल बाद आप दोगुनी राशि हासिल सकते हैं। इसमें किसी भी प्रकार का कोई जोखिम नहीं है।
क्या है केवीपी
यह भारत सरकार की ओर से जारी किया गया एक निवेश विकल्प है जिसे डाकघर मुहैया कराते हैं। किसान विकास पत्र में निवेशकों को परिपक्वता अवधि के बाद निवेश की गई रकम दोगुना मिलती है। इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। केवीपी की परिपक्वता अवधि 124 महीना यानी 10 साल चार महीना है।
कितना मिलेगा ब्याज
किसान विकास पत्र पर मौजूदा समय में 6.9 फीसदी ब्याज मिल रहा है। अगर आप एक लाख रुपये का निवेश करते हैं तो परिपक्वता के बाद यह राशि बढ़कर दो लाख रुपये हो जाएगी। इसमें जमा रकम पर जो ब्याज मिलता है उसी के आधार पर पैसा दोगुना हो जाता है। ऐसा चक्रवृद्धि ब्याज की वजह से होता है। उदाहरण के लिए यदि आपने एक लाख रुपये निवेश किया तो एक साल में बढ़कर वह 106900 रुपये हो जाएगा। अगले इस फिर इस राशि पर ब्याज मिलेगा।
कर्ज लेने की सुविधा
आप केवीपी के बदले कर्ज भी ले सकते हैं। बैंक बेहद आसान शर्तों के साथ इसके बदले कर्ज देते हैं। साथ ही ब्याज भी पर्सनल लोन या अन्य असुरक्षित कर्ज की तुलना में कम लगता है। ऐसे में मुश्किल वक्त में यह आपको कर्ज दिलाने में भी मददगार हो सकता है।
आरडी का भी विकल्प
डाकघर रेकरिंग डिपॉजिट यानी आरडी का भी विकल्प देते हैं। यह सबसे सस्ता निवेश विकल्प है। डाकघर में 10 रुपये से जबकि बैंकों में आप 100 रुपये से आरडी में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसकी परिपक्वता अवधि पांच साल की होती है। पांच साल बाद आप इस राशि से केवीपी खरीद सकते हैं या सुविधानुसार सावधि जमा में निवेश कर सकते हैं।
एफडी में इस बात का रखें ध्यान
बैंकों के साथ-साथ डाकघर भी एफडी का विकल्प देते हैं। वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि यदि आप आयकर श्रेणी में आते हैं तो पांच साल या उससे अधिक अवधि वाली एफडी कराना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। पांच साल या उससे अधिक वाली एफडी पर आयकर की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है।