कोरोना काल में इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए रोजाना जरूर पिएं बबल टी
आधुनिक समय में ग्रीन टी का प्रचलन बढ़ गया है। इस चाय के कई फायदे हैं। खासकर मोटापा और डायबिटीज के लिए ग्रीन टी दवा समान है। इसके साथ ही आजकल बबल टी ट्रेंड में है। खासकर कोरोना काल में बबल टी की खपत बढ़ गई है, क्योंकि इस चाय को पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। हालांकि, डायबिटीज और मोटापे के मरीजों को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही बबल टी का सेवन करें। अगर आपको बबल टी के बारे में नहीं पता है, तो आइए इसके बारे में सब कुछ जानते हैं-
बबल टी का इतिहास
इस चाय की सबसे अधिक खपत ताइवान में है। जबकि बबल टी को पीने की शुरुआत 1980 में हुई थी। वर्तमान समय में यह चाय पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इस चाय को पर्ल टी, ब्लैक पर्ल टी, बिग पर्ल, पर्ल शेक, बोबा नई चाय भी कहा जाता है । इसमें साबूदाने को डाला जाता है। इसीलिए इसका नाम बबल टी पड़ा है। इसमें बर्फ भी डाला जाता है।
स्वाद कैसा होता है
इस चाय का स्वाद फल पर निर्भर करता है। इसमें कई प्रकार के फल और ड्राई फ्रूट्स डाला जाता है। इसके चलते बबल टी का स्वाद बेहतरीन होती है। कई शोध के अनुसार, एक कप बबल टी में 300-400 कैलोरीज और 38 ग्राम चीनी होती है। बबल टी के फायदे
बबल टी सेहत के लिए फायदेमंद होती है। इसके सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। हालांकि, चीनी युक्त बबल टी पीने से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसके बदले में ताजे फलों का उपयोग कर सकते हैं। विटामिन-सी युक्त फलों से बने बबल टी के सेवन से ऑक्सीडेटिव तनाव भी दूर होता है।