सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रति करे लोगो को जागरूक – अंजू चौधरी
कुशीनगर। बच्चों का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि मां उनको कितना समय देती हैं। बच्चों की शारीरिक विकास के लिए देखभाल जरूरी है, उन्हें प्रोटीन की आपूर्ति होनी चाहिए। दाल, सोयाबीन, अनार, टमाटर, ब्राइट फल, मौसमी फल इनका सेवन बच्चे और माँ को करना चाहिए। बच्चे को सुंदर और स्वस्थ बनाना मां के हाथ में होता है।
यह कहना है उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी का। महिला आयोग की उपाध्यक्ष गुरुवार को कुशीनगर मे थी और विकास भवन सभागार मे आयोजित पोषण पंचायत कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। इसके पूर्व उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को स्मॉर्टफोन वितरण किया और कहा कि माँ बच्चो की भविष्य निर्मात्री होती है। स्वास्थ्य मनुष्य की सबसे बड़ी धरोहर है। उन्होंने महिलाओ को अपना कार्य स्वयं करने की नसीहत देते हुए गर्भवती महिलाओं को योगाभ्यास और व्यायाम करने की भी व सलाह दी। आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती चौधरी ने कहा कि छह महीने तक के बच्चो को मां का दूध मिलना चाहिए इससे नवजात शिशुओं मे प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। उन्होंने शिशुओं के जन्म के छह माह बाद बच्चे को अनाज खिलाने की सलाह देते हुए कहा कि जागरूकता के लिए पोषण अभियान चलाया गया है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर- घर जाकर लोगों को जागरूक करें और सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगो को अवगत करावे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगो को डेंगू से बचाव करने के लिए उपाय व सावधानियों से अवगत कराने का जोर देते हुए घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को जागरूक करने की बात दोहरायी। उपाध्यक्ष ने बेटी और बहू मे फर्क न करने, बच्चों पर विशेष ध्यान देने, घर के बुजुर्गो का सम्मान करने व दहेज प्रथा का खुलकर विरोध करने की न सिर्फ बात कही बल्कि इसके प्रति लोगो को जागरूक करने का आह्वान भी किया।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेंद्र कुमार राय ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी भूमिका सिर्फ पोषाहार तक ही सीमित नहीं है बल्कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के प्रति समाज के अंतिम व्यक्ति को जागरूक करना भी है।